Reserve Bank of India: ने ग्राहक को दिया 2023 में खुसखबरी, ब्याज दरों में आया बदलाब

Reserve Bank of India ने ग्राहक को दिया 2023 में खुसखबरी, ब्याज दरों में आया बदलाब
हाल ही में Reserve Bank of India (RBI) ने अपनी बैठक में ब्याज दरों को नहीं बदलने का फैसला लिया है। RBI की मौजूदा क्षेत्रीय बैठक में इस फैसले को लेकर विस्तृत चर्चा हुई थी। बैठक में रिपो दर और कैश रिजर्व रेट के स्तर पर चर्चा की गई थी।
RBI ने ब्याज दरों को बदलने के बजाय, अपनी मोनेटरी नीति में सुधार करने की जरूरत बताई है। RBI ने कहा है कि यह फैसला उन्होंने उनके संभावित असर को ध्यान में रखते हुए लिया है। इस फैसले से RBI का मुख्य उद्देश्य ब्याज दरों के स्तर पर स्थिरता बनाए रखना है।
इस फैसले के बाद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ब्याज दरों को बदलने से इनकार करते हुए भी बाजार में निरंतर नई स्थितियाँ आई हैं। इस संबंध में अनुमान है कि RBI अगले कुछ महीनों में फिर से बैठक बुला सकता है और उसमें ब्याज दरों को बदलने का फैसला लिया जा सकता है।
इस बैठक में RBI ने अपने स्थायी समिति की रिपो दरों को भी स्थिर रखने का फैसला लिया है। इस बैठक में RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों से लिखित अनुरोध किया है कि वे अपनी एनपीए की उत्पादकता बढ़ाएं ताकि इससे अर्थव्यवस्था में नयी उछाल आ सके।
RBI के गवर्नर ने इस बैठक में देश की आर्थिक स्थिति के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति अभी भी कोविड-19 के कारण प्रभावित है लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार आने के चेहरे दिखाई दे रहे हैं।
इस बैठक में RBI ने देश के साथ-साथ विदेशों में होने वाली आर्थिक स्थिति के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। RBI ने बताया कि विदेशों में कोविड-19 के कारण आर्थिक संकट आए हुए हैं। इससे देश की आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ता है। इसलिए RBI ने स्पष्ट किया है भारत की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सरकार और विभिन्न संगठनों ने अपने प्रयासों को गहराई से बढ़ाया है
इस बैठक में RBI ने बैंकों से भी अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की। RBI ने बैंकों को लिखित अनुरोध किया है कि वे दरों को कम करने और उनकी ग्राहकों की सेवा में सुधार करने के लिए अधिक प्रयास करें।
इसके अलावा, RBI ने बैंकों से अपने दावों को फिर से पूरा करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि अगर बैंक अपने ग्राहकों की सेवा में सुधार करेंगे तो वे अधिक ग्राहकों को अपनी ओर खींच सकेंगे।
RBI ने इस बैठक में भी यह बताया कि वह देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयास कर रहे हैं। वे बैंकों को भी अपनी तकनीकी विकास की दिशा में गाइडेंस दे रहे हैं।
इस बैठक में RBI ने देश की आर्थिक स्थिति के साथ ही बैंकों की स्थिति के बारे में भी चर्चा की। RBI ने बैंकों को लिखित अनुरोध किया है कि वे बचत खातों की संख्या बढ़ाएं और लोगों को बचत करने के लिए प्रोत्साहित करें।
इस बैठक में RBI ने एक और महत्वपूर्ण फैसला लिया है। वे ने देश में नोन-परफॉर्मिंग एसेट्स की समस्या पर चर्चा की और बैंकों को नोन-परफॉर्मिंग एसेट्स के साथ कैसे निपटना है, इस पर चर्चा की।
इस बैठक में RBI ने बैंकों को यह भी सलाह दी है कि वे नोन-परफॉर्मिंग एसेट्स के मामले में समय रहते कदम उठाएं। वे ने कहा है कि बैंकों को नोन-परफॉर्मिंग एसेट्स के साथ निपटने के लिए विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं, जिन्हें उन्हें उपयोग में लेना चाहिए।
इस बैठक में RBI ने बैंकों को यह भी समझाया कि नोन-परफॉर्मिंग एसेट्स को सुलझाने के लिए स्थानीय रूप से विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बैंकों को नोन-परफॉर्मिंग एसेट्स के सम्बंध में स्थानीय समुदायों को शामिल करना चाहिए, ताकि उन्हें सही दिशा में मदद मिल सके।