आप शुगर के मरीज है | तो संभल कर खाएं इन चीजो को , नहीं तो हो सकते है भरी बीमारी शिकार

आप शुगर के मरीज है, दोस्तों फिर उठकर रेगुलर इस्तेमाल करना हम सबके लिए बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट होता है क्योंकि इनके अंदर बहुत सारे एसेंशियल विटामिंस और मिनरल्स होते हैं और इसके अंदर फाइबर भी होता है जो कि हमारी सेहत के लिए जरूरी होता है। लेकिन अक्सर डायबिटिक लोग फ्रूट को खाने से डरते हैं क्योंकि फ्रूट के अंदर शुगर भी होती है और उन्हें डर रहता है कि अगर हम फ्रूट को खाएंगे तो उससे कहीं हमारी शुगर तो नहीं बढ़ जाएगी तो अगर आप को डायबिटीज है
तो इसका मतलब यह नहीं है। क्या आपको फ्रूट से परहेज करना ही है। आपको सही फ्रूट का चुनाव करना है। आपको ऐसे फ्रूट को खाना है जो कि आपके लिए फायदेमंद होते हैं। आपके शुगर को नहीं बढ़ाते हैं और आपको ऐसे फ्रूट से से बचना है जो कि आपकी शुगर को बढ़ा सकते हैं तो आज की स्पीड में हम ऐसी बर्बाद करने वाले हैं। जहां मैं आपको बताऊंगा कुछ ऐसे फ्रूट के बारे में जो कि डायबिटिक पेशेंट के लिए फायदेमंद होते हैं
और वहीं कुछ ऐसे उसके बारे में भी बताऊंगा जो कि डायबिटीज पेशेंट के लिए बिल्कुल मना होते हैं तो अगर आपको डायबिटिक पेशेंट है तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर देखिएगा और उन सभी फ्रूट को अच्छी तरह से जान और समझ लीजिए।ताकि आप यह गलती ना करें जो कि अक्सर लोग करते हैं और जानते हैं। इन सभी चीजों के बारे में पूरी डिटेल से दोस्तों, बिग डायबिटिक पेशेंट आपको कौन सा फ्रूट खाना चाहिए और कौन सा नहीं खाना चाहिए।
यह इस बात पर डिपेंड करता है कि जो फ्रूट आप खाने जा रहे हैं उस फ्रूट के अंदर शुगर की क्वांटिटी कितनी है, उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स क्या है और ग्लायसीमेट लोड क्या है। थोड़ा सा कंफ्यूज हो रहे होंगे कि यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स क्या चीज है और ग्लायसीमेट लोड क्या चीज है तो घबराइए नहीं। यह सभी बातें आपकी मैं अभी क्लियर कर देता हूं तो ग्लाइसेमिक इंडेक्स का मतलब होता है
कि किसी खाने की चीज में से कितनी तेजी के साथ शुगर आपके के अंदर अब जॉब होती है वही ग्लाइसी में क्यूट का मतलब होता है। कितनी ज्यादा क्वांटिटी में खून में आपके शुगर किसी चीज को खाने के बाद आती है तो क्लास में इंडेक्स मतलब टाइम और ग्लाइसेमिक लोड का मतलब है कि क्वांटिटी 200 सबसे पहला फ्रूट जिसको खाते समय डायबिटिक पेशेंट को बहुत ज्यादा सावधान रहना चाहिए। वह बनाना या नहीं के केला केले का जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स है वह 51 होता है
या नहीं। यह मॉडरेट केटेगरी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स है। इसको डायबिटिक पेशेंट खा सकते हैं, लेकिन कम कौन सी डी में खाना चाहिए इसको और एक चीज का आपको ध्यान रखना चाहिए कि जितना ज्यादा किला पका हुआ होगा उतनी ही ज्यादा उसके अंदर शुगर क्वांटिटी भर जाती है और उतना ही ज्यादा उस पर ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बढ़ जाता है।
एक ज्यादा पके हुए केले का ऐसे केले का जो भी थोड़ा काला सांप लड़ गया हूं। उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 5758 तक भी पहुंच सकता है तो अगर आप डायबिटिक पेशेंट है तो पहले जिससे आपको ध्यान रखना चाहिए कि आप अकेला एक टाइम में एक या दो से ज्यादा ना खाएं और दूसरी चीज है कि आप ज्यादा पके हुए केले से परहेज करें। हल्का पका हुआ केला आप एक या दो की क्वांटिटी में खा सकते हैं।
दूसरा फ्रूट है मैंगो का जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स है, यह भी केले की बराबर होता है या नहीं, 51 होता है या नहीं, यह भी मॉडरेट केटेगरी का फ्रूट है। इसको आप मॉडरेशन में खा सकते हैं। बहुत सारे लोग सोचते हैं कि मैंगो को आप बिल्कुल भी नहीं खा सकते हैं। डायबिटीज को है लेकिन ऐसा नहीं है। मॉडरेट क्वांटिटी में आप मैंगो को खा सकते हैं।
1 दिन में एक टाइम से ज्यादा आपको मैंगो नहीं खाना चाहिए और एक टाइम में 100 ग्राम से ज्यादा महंगा आपको नहीं खाना चाहिए। तीसरा फ्रूट है दोस्तों ग्रेट यानी के अंगूर अंगूर का जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स है वह 54 होता है या नहीं। यह आई केटेगरी वाला फ्रूट है जिसको आपको बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए।
साथ ग्रेड के अंदर आपको फाइबर बिल्कुल ना के बराबर मिलता है
और इसी वजह से यह बहुत तेजी के साथ आपकी शुगर को बढ़ाने का काम करता है तो अगर आप को डायबिटीज है तो आपको ग्रेप्स बिल्कुल भी नहीं खाने। 214 फ्रूट जो कि डायबिटिक पेशेंट होने के नाते आपको बिल्कुल भी नहीं लेना है, वह पाइनएप्पल पाइनएप्पल का जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स है वह 15 दिन होता है। यानी कि काफी ज्यादा हाई होता है से ग्लाइसेमिक इंडेक्स।
बहुत तेजी के साथ आपके फोन के अंदर ही ब्लड शुगर को बढ़ाता है तो इसी वजह से आपको पाइनएप्पल भी बिल्कुल नहीं लेना चाहिए। याद रखिए जिस भी फ्रूट का जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स रे वह 50 से ऊपर है।उसको आपको हमेशा बहुत सोच समझ कर खाना चाहिए और किसी चीज का अगर लाइफ में कंडक्ट 55 से ऊपर है तो उसको तो आपको बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। दोस्तों आप बात करते हैं उन फ्रूट के बारे में जो कि डायबिटिक पेशेंट के लिए अच्छे होते हैं, ऐसे होते हैं और जिन्हें वह आराम से खा सकते हैं, लेकिन उससे पहले मैं आपको एक आयुर्वेदिक मेडिसिन के बारे में बताना चाहता हूं
जो कि आपकी बॉडी के अंदर बढ़ी हुई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए एक बहुत ही बढ़िया मेडिसिन है। इस मेडिसिन का नाम है। दोस्तों सुनो मां डायबीटिक केयर यह एक कैप्सूल फॉर्म में आयुर्वेदिक मेडिसिन है। दोस्तों जिसके अंदर आपको तीन जड़ी बूटियां मिलती हैं और एक्स्ट्रा कि फॉर्म में मिलती हैं। पहले मेथी दाना यानी कि फेनुग्रीक सीड दूसरी चीज है। गुड़मार और तीसरी चीज है। दारू हरिद्रा और यह मेडिसन आपकी बॉडी में 3 तरीके से ब्लड शुगर को कम करने का काम करती है।
पहले आपकी बॉडी के अंदर जो बड़ी भी ब्लड शुगर है
उसको मेटा बोला, इस करके कम कर दी है। दूसरा यह आपकी बॉडी के अंदर इंसुलिन के श्री कृष्ण को बढ़ा देती है। प्रोडक्शन को बढ़ा देती है जिसकी वजह से आपकी ब्लड शुगर कम होती है। इंसुलिन बेसिकली वो हार्मोन होता है जो कि हमारी बॉडी में ब्लड शुगर को रेगुलेट करता हैऔर तीसरा फंक्शन। इसका यह है कि आपके पैंक्रियाज के अंदर जो बीटा सेल्स होती हैं