स्वस्थ और हेल्दी मेडिटेशन करना जरूरी | स्वस्थ रहने के लिए क्या करना जरुरी है, रोज अपनाए इस नियम को

स्वस्थ और हेल्दी मेडिटेशन करना जरूरी , मेडिटेशन करना क्यों जरूरी है क्योंकि हम सभी चाहते हैं कि हमारे शरीर का हर एक अंग सुचारू रूप से कार्य करता रहे ताकि हम स्वस्थ बने रहें और हमारे मन में आने वाले विचार भी सकारात्मक हो जो हमें अंदरूनी शक्ति प्रदान करें और हमारी तन मन को स्वस्थ रखने में सहायक हो, लेकिन आजकल के जीवन शैली में न शरीर को उचित पोषण मिल पाता है। नहीं, मन को अच्छे विचार और इसी का परिणाम होता है। आए दिन नई नई शारीरिक बीमारियों से सामना हो ना और मन में रोज नए-नए विकारों का प्रवेश होना तो ऐसे में जरूरत महसूस होती है
कि ऐसी किसी विद्या या तरीके की जो न केवल हमारे शरीर को उठ जाते बल्कि मन की भी देखभाल कर सके तो ऐसी एक महान विद्या का नाम है। ध्यान से शरीर के लिए भोजन की आवश्यकता होती है। वैसे ही संपूर्ण व्यक्तित्व के लिए संतुलन के लिए ध्यान। अति आवश्यक है कि विद्या हमारी प्राचीन धरोहर है जिसे पूरे विश्व में न केवल सराहा जा रहा है बल्कि अपनाया भी जा रहा है। इससे होने वाले फायदे अद्भुत होते हैं जो आपके संपूर्ण व्यक्तित्व में निखार लाते हैं तो चलिए आज आपको बताते हैं। ध्यान से मिलने वाले फायदों के बारे में मस्तिष्क पर पड़ने वाले प्रभाव
ध्यान करने से आपके दिमाग की क्षमता बढ़ती है और उसका विस्तार भी होता है। अगर 8 सप्ताह तक लगातार ध्यान किया जाए तो दिमाग के कुछ हिस्सों का आकार बढ़ने लगता है जिससे आपकी याददाश्त बढ़ती है और अपने दिमाग को कंट्रोल कर पाने की क्षमता का भी विकास होता है। तनाव से मुक्ति, चिंता, तनाव और निराशा जैसी भावनाएं हर व्यक्ति के स्वभाव का अभिन्न अंग बन गई है। अध्ययन बताते हैं कि ध्यान करने से तनाव को दूर करने में मदद मिलती है और तनाव से शरीर और मन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को भी कम किया जा सकता है। साथ ही बेचैनी के लक्षणों में भी कमी लाई जा सकती है।
बुरी आदतों से छुटकारा दिलाने में मददगार ध्यान हमारे दिमाग के उस भाग के विकास को बढ़ावा देता है जो हमारी इच्छा शक्ति को नियंत्रित करता है जिसके कारण व्यक्ति अपनी बुरी आदतों जैसे कि नशे का सेवन करना आदि से खुद को बाहर निकाल सकता है। एकाग्रता बढ़ती है। 2010 में हुए एक अध्ययन के अनुसार ध्यान करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है और किसी भी काम को करते समय उस पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। साथ ही काम के दौरान आने वाले बारीक से बारीक अंतर को भी आसानी से पहचाना जा सकता है।
शरीर को बनाता है सेहत रिसर्च बताती है कि ध्यान करने से खून में सी रिएक्टिव प्रोटीन की मात्रा कम होती है। यह प्रोटीन दिल की बीमारियों से संबंधित होता है। 3 महीने ध्यान करने से हाई ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है और ध्यान करने से शरीर में एंटीबॉडीज का निर्माण ज्यादा होने लगता है जो शरीर पर आक्रमण करने वाली बीमारियों से सुरक्षा करती है और प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाती है।
साथ ही ध्यान हार्मोन असंतुलन को संयमित करता है। इसका प्रभाव त्वचा पर निखार के रूप में देखा जा सकता है। मन की खुशी में इजाफा होता है। जी हां, प्रणाम, चिंताकुंता और बेचैनी जैसी मानसिक स्थितियों के इस दौर में ध्यान करने से आपको मन में प्रसन्नता का अनुभव होता है। अगर नियमित रूप से ध्यान किया जाए तो मन में सकारात्मक विचार आना शुरू हो जाता है और सभी नकारात्मक विचार धीरे-धीरे
समाप्त होते चले जाते हैं जिससे मन में स्थिरता और शांति महसूस होने के कारण आनंद की स्थिति बनी रहती है। ध्यान करने के लाभ अनगिनत है। यह कहा जा सकता है कि जितने बेकार हमारे तन और मन में मौजूद है, उन सब का हाल ध्यान में ढूंढा जा सकता है। रोजाना सुबह की ताजी हवा में 10 से 15 मिनट ध्यान को देखकर आप अपने जीवन का हर दिन बेहतर बना सकते हैं और स्वस्थ तन मन के अपने अरमान को बड़ी सरलता से प्राप्त भी कर सकते हैं तो बस देर किस बात की आज रात को जब अगले दिन के लिए अलार्म लगाएं तो 15 मिनट जोड़कर लगाएं क्योंकि अगले दिन की शुरुआत में आप ध्यान की शुरुआत भी तो करने वाले हैं